जो शब्द संज्ञा के स्थान पर प्रयुक्त हों उन्हें ‘सर्वनाम’ कहते है_ जैसे मैं, तू, वे, आप, कौन, कोई, कुछ आदि। सर्वनाम छह होते है - (1) पुरूषवाचक सर्वनाम (2) निश्चय वाचक सर्वनाम (3) अनिश्चय वाचक सर्वनाम (4) प्रश्नवाचक सर्वनाम (5) निजवाचक सर्वनाम (6) सह सम्बन्धवाचक सर्वनाम
लिंग, वचन, कारक व काल आदि से अप्रभावित रहने वाले शब्द ही ‘अव्यय’ कहलाते है। अतः ‘अहा’ शब्द ‘अव्यय’ है। अव्यय का शाब्दिक अर्थ है- 'जो व्यय न हो।' जैसे :- जब , तब , अभी ,अगर , वह, वहाँ