‘जिसकी मत झट सोचने वाली हो’ - प्रत्युत्पन्नमति। ऐसे शब्द जो अनेक शब्दों के स्थान पर प्रयोग में लाए जातें हैं, अनेक शब्दों के लिए एक शब्द या वाक्यांश के लिए एक शब्द कहलाते हैं। प्रत्युत्पन्नमति का अर्थ - अतिशीघ्र सोचने, समझने की शक्ति
जिस समस्त पद का पूर्व पद ‘संख्यावाची विशेषण’ तथा उत्तर पद ‘विशेष्य हो उसे ‘द्विगु समास’ कहते हैं। जैसे - नवग्रह - नौ ग्रहों का समाहार अतः द्विगु समास है। अन्य विकल्प में समास - माता-पिता -द्वन्द समास यथाशक्ति -अव्ययाभाव समास पिताम्ब - बहुब्रीहि समास