भारत की प्रमुख नदियां
भारत की प्रमुख नदियां
1. गंगा
उद्गम
- गंगा का उद्गम गंगोत्री के पास गोमुख हिमानी है.
- यह समुद्र तल से करीब 3900 मीटर की उंचाई पर है.
संगम
- बंगाल की खाड़ी
लंबाई
- भारत में गंगा की लंबाई 2525 किलोमीटर है.
खास बातें
- गंगा असल में अलकनंदा और भागीरथी का सम्मिलित नाम है.
- अलकनंदा और भागीरथी नदी देवप्रयाग में मिलकर मुख्य धारा गंगा नदी का निर्माण करती हैं.
- गंगा की प्रमुख सहायक नदियां है- यमुना, गंडक, घाघरा, कोसी.
- बंगाल की खाड़ी में मिलने से पहले गंगा नदी उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, बिहार, और पश्चिम बंगाल से गुजरती है.
2. सतलुज
उद्गम
- सतलुज मानसरोवर झील के पास स्थित राकस ताल से उत्पन्न होती है.
- समुंद्र तल से 4,555 मीटर की उंचाई पर है.
संगम
- चेनाब नदी
लंबाई
- कुल 1500 किलोमीटर, भारत में 1050 किलोमीटर.
खास बातें
- शिवालिक पर्वत श्रृंखला से गुजरती हुई पंजाब में प्रवेश करती है और चेनाब में मिल जाती है.
- लुधियाना और फिरोजपुर सतलुज के तटों पर स्थित हैं.
3. सिंधु या इंडस
उद्गम
- तिब्बत में मानसरोवर झील के पास सानोख्याबाब हिमनद से उत्पन्न होती हैं सिंधु नदी.
संगम
- अरब सागर
लंबाई
- कुल लंबाई 2, 880 किलोमीटर, भारत में 1114 किलोमीटर.
खास बातें
- सिंधु की सहायक नदियां सतलुज, चेनाब, रावी, व्यास और झेलम है.
- हिमालय से निकलने वाली सिन्धु नदी बह कर पकिस्तान चली जाती है. - भारत और पाकिस्तान के बीच हुए एक करार के अनुसान सिन्धु, झेलम और चेनाब का केवल 20 फीसदी पानी ही भारत इस्तेमाल कर सकता है.
4. रावी
उद्गम
- कांगड़ा जिले के रोहतांग दर्रे के पास से उत्पन्न होती है.
संगम
- चेनाब
लंबाई
- इसकी कुल लंबाई 725 किलोमीटर है.
खास बातें
- रावी का पौराणिक तथा वैदिक नाम परुषनी या इरावती भी है.
- पाकिस्तान के पंजाब में प्रवेश करने से पहले रावी पाकिस्तानी सीमा के साथ-साथ करीब 80 किलोमीटर तक बहती है.
5. व्यास
उद्गम
- रोहतांग दर्रे के पास स्थित व्यास कुंड उत्पन्न होती है.
- समुंद्र तल से 4,330 मीटर की उंचाई पर है.
संगम
- सतलुज
लंबाई
- इसकी कुल लंबाई 470 किलोमीटर है.
खास बातें
- व्यास कुल्लू घाटी से बहती हुई धौलाधार पर्वत को पार कर पंजाब के मैदान में पहुंचती है.
- व्यास नदी का पौराणिक नाम अर्जिकिया या विपाशा है.
- देश में व्यास नदी जल विवाद काफी पुराना है. यह पंजाब और हरियाणा के बीच व्यास नदियों के अतरिक्त पानी के बंटवारे को लेकर है. मुकदमे सालों से अदालतों में हैं.
6. झेलम
उद्गम
- कश्मीर के बेरीनाग के पास शेषनाग झील से झेलम उत्पन्न होती है.
संगम
- चेनाब
लंबाई
- इसकी कुल लंबाई 724 किलोमीटर है. भारत में 400 किलोमीटर.
खास बातें
- श्रीनगर में झेलम में शिकारे चलाए जाते हैं.
7. यमुना
उद्गम
- यमुना, बंदरपूंछ के पश्चिमी ढाल पर स्थित यमुनोत्री हिमानी से उत्पन्न होती है.
- यमुना की उंचाई समुंद्र तल से 6,316 मीटर है.
संगम
- प्रयाग इलाहाबाद(प्रयागराज) में गंगा
लंबाई
- इसकी कुल लंबाई 1,375 किलोमीटर है.
खास बातें
- इसकी सहायक नदियां हैं चम्बल, बेतवा, केन, हिंडन, शारदा.
- गंगा की सबसे महत्वपूर्ण उपनदी यमुना है.
- यमुना नदी 800 किलोमीटर तक गंगा के सामानांतर यानी पैरेलल चलती है.
8. चंबल
उद्गम
- मध्य प्रदेश में मऊ के पास स्थित जाना पाव पहाड़ी से उत्पन्न होती है.
- इसकी उंचाई समुंद्र तल से 616 मीटर है.
संगम
- उत्तर प्रदेश के इटावा से 38 किलोमीटर दूर यमुना नदी.
लंबाई
- इसकी कुल लंबाई 1,050 किलोमीटर है.
खास बातें
- देश के सबसे गहरे खड्डों का निर्माण करती है.
- इसकी सहायक नदियां हैं काली, सिंध, पार्वती, सिप्ता और बनास.
9. रामगंगा
उद्गम
- नैनीताल के पास मुख्य हिमालय श्रेणी का दक्षिणी भाग.
संगम
- कन्नौज के पास गंगा नदी.
लंबाई
- इसकी कुल लंबाई 696 किलोमीटर है.
खास बातें
- खोन इसकी प्रमुख सहायक नदी है.
10. शारदा या काली गंगा
उद्गम
- कुमाऊं हिमालय का मिलाम हिमनद
संगम
- बहरामघाट के पास घाघरा नदी.
लंबाई
- इसकी कुल लंबाई 602 किलोमीटर है.
खास बातें
- इसकी सहक नदियां हैं- सर्मा, लिसार, सरयू या पूर्वी रामगंगा और चौकिया.
11. घाघरा
उद्गम
- नेपाल में तकलाकोट से 37 किलोमीटर उत्तर पश्चिम में म्पसातुंग हिमानी.
संगम
- सारण और बलिया जिले की सीमा पर गंगा नदी.
लंबाई
- इसकी कुल लंबाई 1080 किलोमीटर है.
खास बातें
- शिवालिक को पार करते समय शीशपानी नाम का 108 मीटर गहरे खड्ड का निर्माण.
- चौकिया और छोटी गंगा इसकी सहायक नदियां हैं.
12. गण्डक
उद्गम
- नेपाल
संगम
- पटना के पास गंगा नदी
लंबाई
- भारत में कुल लंबाई 425 किलोमीटर है.
खास बातें
- नेपाल में शालीमार और मैदानी भाग में नारायणी नाम से जानी जाती है.
- इसकी सहायक नदियां काली गण्डक और त्रिशूली गंगा है.
- इस नदी में मिलने वाले गोल गोल पत्थरों को शालिग्राम कहा जाता है.
13. कोसी
उद्गम
- गोसाईथान छोटी के उत्तर में
संगम
- करागोल के दक्षिण-पश्चिम में गंगा नदी
लंबाई
- इसकी कुल लंबाई 730 किलोमीटर है.
खास बातें
- इसकी मुख्य धारा अरुण नदी है.
- इसकी सहायक नदियां हैं- यारु, सूनकोसी, तामूर कोसी, लीखू, दूधकोसी, भोटकोसी.
14. सोन
उद्गम
- अमरकंटक की पहाड़ियां
संगम
- पटना के पास गंगा नदी
लंबाई
- इसकी कुल लंबाई 780 किलोमीटर है.
खास बातें
- इसका उद्गम नर्मदा के पास से होता है.
15. भ्रमपुत्र
उद्गम
- तिब्बत में मानसरोवर झील से 80 किलोमीटर की दूरी पर स्थित हिमानी.
- इसकी ऊंचाई समुंद्र तल से 5,150 मीटर है.
संगम
- बंगाल की खाड़ी
लंबाई
- इसकी कुल लंबाई 2,900 किलोमीटर है. भारत में 916 किलोमीटर.
खास बातें
- इसे तिब्बत में सांपू और असम में दिहांग भी कहा जाता है.
- इसकी सहायक नदियां हैं- डिबोंग लोहित, सेसरी, नोवा, दिहांग, धनसीरो, तिस्ता, जिंजराम आदि.
16. नर्मदा
उद्गम
- विंध्याचल पर्वत श्रेणियों में स्थित अमरकंटक नाम के स्थान से.
- समुंद्र तल से इसकी उंचाई 1,057 मीटर है.
संगम
- खम्भात की खाड़ी
लंबाई
- इसकी कुल लंबाई 1,312 किलोमीटर है.
खास बातें
- जबलपुर में भेड़ाघाट कम्पास कपिलधारा जलप्रपात का निर्माण
- यह डेल्टा के बजाय एश्चुअरी बनाती है.
17. ताप्ति
उद्गम
- मध्य प्रदेश के वैतूल जिले से
संगम
- सूरत के पास खम्भात की खाड़ी
लंबाई
- इसकी कुल लंबाई 724 किलोमीटर है.
खास बातें
- इसकी सहायक नदी पूरणा नदी है.
- यह डेल्टा के बजाय एश्चुअरी बनाती है.
18. महानदी
उद्गम
- छत्तीसगढ़ के रायपुर जिले में सिहावा के पास
संगम
- बंगाल की खाड़ी
लंबाई
- इसकी कुल लंबाई 815 किलोमीटर है.
खास बातें
- इसकी सहायक नदियां है ब्राह्मणी और वैतरणी.
19. शिप्रा
उद्गम
- मध्य प्रदेश के इंदौर जिले की ककरी बरडी नमक पहाड़ी.
संगम
- चंबल नदी
लंबाई
- इसकी कुल लंबाई 560 किलोमीटर है.
खास बातें
- इसके किनारे उज्जैन का विख्यात महाकालेश्वर मंदिर है जहां हर 12 साल बाद कुंभ मेला लगता है.
20. माही
उद्गम
- मध्य प्रदेश के धार जिले की महद झील
संगम
- खम्भात की खाड़ी
लंबाई
- इसकी कुल लंबाई 585 किलोमीटर है.
खास बातें
- - इस नदी पर बजाज सागर बांध बनाया गया है.
21. लूनी
उद्गम
- अजमेर जिले में स्थित नाग पहाड़
संगम
- कच्छ की रन
लंबाई
- इसकी कुल लंबाई 320 किलोमीटर है.
खास बातें
- यह एक नमकीन नदी है
- यह नदी थार मरुस्थल में लुप्त हो जाती हैं.
22. सोम
उद्गम
- उदैपुर जिले में बीछा मेंडा पर
संगम
- बपेश्वर के पास माही नदी
खास बातें
- जोखम, गोमती और सारनी इसकी सहायक नदियां हैं.
23. साबरमती
उद्गम
- उदैपुर जिले में अरावली पर्वत पर स्थित जयसमुद्र झील
संगम
- खम्भात की खाड़ी
लंबाई
- इसकी कुल लंबाई 371 किलोमीटर है.
खास बातें
- इसे बेडच नदी भी कहा जाता है.
24. कृष्णा
उद्गम
- महाबलेश्वर के पास पश्चिम घाट पहाड़
खास बातें
- इसकी उंचाई समुद्र तल से 1337 मीटर है
- तुंगभद्र, मूसी, अमरावती, भीमा, कोयना, पंचगंगा, आदि इसकी प्रमुख सहायक नदियां हैं.
25. गोदावरी
उद्गम
- महाराष्ट्र के नासिक जिले की एक पहाड़ी
संगम
- बंगाल की खाड़ी
लंबाई
- इसकी कुल लंबाई 1465 किलोमीटर है.
खास बातें
- इस नदी को वृद्धगंगा भी कहा जाता है.
- प्रवरा, पुरना, मंजरा, बेनगंगा आदि इसकी सहायक नदियां हैं.
26. कावेरी
उद्गम
- कर्नाटक के कुर्ग जिले में स्थित ब्रह्म गिरी पहाड़ी
संगम
- बंगाल की खाड़ी
लंबाई
- इसकी कुल लंबाई 800 किलोमीटर है
खास बातें
- समुंद्र तल से इसकी उंचाई 1341 मीटर है
- इसे दक्षिण भारत की गंगा के नाम से भी जाना जाता है.
- शिवसमुद्रम जलप्रताप श्रीरंगपट्टम की उपस्थिति इसका महत्व बाधा देती है.
27. तुंगभद्रा
उद्गम
- कर्नाटक के पश्चिम घाट पहाड़ की गंगामूल चोटी से तुंगा और पास में ही काडूर से भद्रा नदी का उद्गम
संगम
- कृष्णा नदी
लंबाई
- इसकी कुल लंबाई 331 किलोमीटर है
खास बातें
- कुमुदवती, वर्धा, हिन्द आदि इसकी प्रमुख सहायक नदियां हैं
28. पेन्नार
उद्गम
- कर्नाटक की नंदीदुर्ग पहाड़ी
संगम
- बंगाल की खाड़ी
लंबाई
- इसकी कुल लंबाई 597 किलोमीटर है
खास बातें
- पापाधनी और चित्रावती इसकी सहायक नदियां हैं.
29. दक्षिणी टोंस
उद्गम
- कैमूर पहाड़ियों में स्थित तम्साकुंड जलाशय
संगम
- सिरसा के पास गंगा नदी
लंबाई
- इसकी कुल लंबाई 265 किलोमीटर है
खास बातें
- इस पर बिहार प्रपात स्थित है.
30. पेरियार
उद्गम
- पेरियार झील
खास बातें
- यह नदी केरल में प्रवाहित होती है.
31. उमियम
उद्गम
- मेघालय की उमियम झील
संगम
- बंगाल की खाड़ी
32. हुगली
उद्गम
- यह गंगा की एक शाखा है जो पश्चिम बंगाल के धुलिया की दक्षिण गंगा से अलग होती है
संगम
- बंगाल की खाड़ी
खास बातें
- जलांगी इसकी प्रमुख सहायक नदि है
33. बैगाई
उद्गम
- तमिलनाडु के पास मदुरै से
संगम
- बंगाल की खाड़ी
लंबाई
- इसकी कुल लंबाई 228 किलोमीटर है
खास बातें
- कुमम, वर्षानाड, तेवियार, मंगलार आदि इसकी सहायक नदियां है.